किसान -साब कर्ज चाहिए
बैंक -कितना ?
बीस हजार
हैं !! अरे भाई कुछ ज्यादा मांग लो ?
किसान- ??
देखो कल को कर्ज चुका ना पाए तो लटकने के लिए मजबूत रस्सी तो चाहिए ना | हमारा डिफाल्टर जिन्दा बचे ऐसा हम थोड़े ना होने देंगे |
साब डिफाल्टर ?
अरे तुम साला गंवार ही रहोगे | अब देखो , मोदी जी को पैसों के साथ हमने टिकट्स भी मुफ्त दी थी ताकि पकडे जाने से पहले वो देश छोड़ सकें |
पर हमे तो देश नहीं छोड़ना , हम देश भक्त हैं साब |
अरे तुम देशभक्त हो ना इसलिए दुनिया छोडनी होगी, हाँ अगर सिर्फ "भक्त" होते तो देश छोड़ने से काम चल जाता और वैसे भी तुम्हारी रस्सी हीरे जितनी मजबूत तो ठहरी ना |
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