बहुत सरल है दुनिया
सीधे हैं रास्ते भी
पर वो उनको बनायेंगे
घुमावदार , जटिल ,कांटेदार भी
फिर रास्ता भटकेगी दुनिया
फिर वो ही बनेंगे मार्गदर्शक भी !
रास्ता दिखायेंगे
कमायेंगे सहानुभूति , पैसा भी
भोली है दुनिया ?
या वों हैं जादूगर ?
बुद्धिमान हूँ, सिर्फ मैं
पर चलूँगा उन्ही रास्तों पर मैं भी
" विद्रोही" बन नही पाऊंगा
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