वो देखो काला धन जा रहा है , पकड़ो-पकड़ो , दबोचो | मेरे कानो में ज्यों ही ये शब्द पड़े, मैं जोर से उछल पड़ा |
मुझमे ऐसे जोश और स्फूर्ति का संचार हुआ कि एक पल को मुझे लगा कि मैं सारा कालाधन पकड़ कर "56" तालों वाली सरकारी अलमारी में डाल दूंगा | ऊपर से आदरणीय सजग चौकीदार साहब 56 इंच की छाती लिए हुए पहरा दे रहे होंगे |
मैं अपने दुर्बल पैरों से बहुत तेज दौड़ा , इतना तेज , जितना तेज हनुमान जी संजीवन बूटी लाते वक्त उड़ नहीं पाए थे | मेरे ऊपर से रफाले भी इसी होड़ में उड़ रहा था | बेचारा मिग एक बार फिर से धरती पर आ गिरा |
मेरे साथ अनगिनत बेरोजगारों की भीड़ भी दौड़ रही थी |पकोड़े बेचने वाले कुछ उद्यमी भी नई उम्मीदों के चक्कर में मेरे साथ हो लिए थे | कुल मिलाकर भीड़ इस बार ATM पर लगी लाइनों से ज्यादा थी |
मेरा हाथ ज्यों ही कालेधन के बोरे पर पड़ता है बोरा अचानक फट पड़ता है | धमाका इतना तेज था कि मैं भरे बाजार नंगा हो गया , बाकी जो इर्द-गिर्द थे उन पर कालिख पुत गयी | विपक्ष दौड़ने में इतना धीमा था की धमाके का असर उन तक पहुंचा ही नहीं ,उनके कुर्ते आज भी सफ़ेद हैं | उन्हें तो ये वहम भी है कि कालेधन का बोरा अब तक भाग रहा है और वे उसे एक दिन दबोच लेंगे |
P.S >> दौड़ने से पहले मैंने पतंजलि च्यवनप्राश खाया था और 2-4 चुनावी रेलियों में नारे भी लगाये थे |
मुझमे ऐसे जोश और स्फूर्ति का संचार हुआ कि एक पल को मुझे लगा कि मैं सारा कालाधन पकड़ कर "56" तालों वाली सरकारी अलमारी में डाल दूंगा | ऊपर से आदरणीय सजग चौकीदार साहब 56 इंच की छाती लिए हुए पहरा दे रहे होंगे |
मैं अपने दुर्बल पैरों से बहुत तेज दौड़ा , इतना तेज , जितना तेज हनुमान जी संजीवन बूटी लाते वक्त उड़ नहीं पाए थे | मेरे ऊपर से रफाले भी इसी होड़ में उड़ रहा था | बेचारा मिग एक बार फिर से धरती पर आ गिरा |
मेरे साथ अनगिनत बेरोजगारों की भीड़ भी दौड़ रही थी |पकोड़े बेचने वाले कुछ उद्यमी भी नई उम्मीदों के चक्कर में मेरे साथ हो लिए थे | कुल मिलाकर भीड़ इस बार ATM पर लगी लाइनों से ज्यादा थी |
मेरा हाथ ज्यों ही कालेधन के बोरे पर पड़ता है बोरा अचानक फट पड़ता है | धमाका इतना तेज था कि मैं भरे बाजार नंगा हो गया , बाकी जो इर्द-गिर्द थे उन पर कालिख पुत गयी | विपक्ष दौड़ने में इतना धीमा था की धमाके का असर उन तक पहुंचा ही नहीं ,उनके कुर्ते आज भी सफ़ेद हैं | उन्हें तो ये वहम भी है कि कालेधन का बोरा अब तक भाग रहा है और वे उसे एक दिन दबोच लेंगे |
P.S >> दौड़ने से पहले मैंने पतंजलि च्यवनप्राश खाया था और 2-4 चुनावी रेलियों में नारे भी लगाये थे |
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