इतना कैसे पचाते हो ?
क्या गोली खाते हो ?
कार में आते हो कार में जाते हो
फिर भी क्यों नेता कहलाते हो ?
क्या ठण्ड में रोज नहाते हो ?
बारहवीं फ़ैल हो कोई बात नही |
पर घोटाले इतने जिनका कोई सुराख़ नही ?
साहब बोले ,,,,,,,,,,,,
तुम चुनते हो हमे बुनते हो |
तुम देते हो ,
हम लेते हैं ||||||
उसे कानूनी रूप से वोट कहते हैं |
हम बोले ,.....
क्षमा करें देव ,वेद ,दर्शन ,अर्थ के ज्ञाता
अज्ञानी हैं हम ,हमे कुछ नही आता |
जनता चुग गयी खेत अपना
क्यों आज देश पछताता???
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