जब तूफान थम जायेंगे
जब वक्त की आंधियाँ धीमी पड़ जायेंगी
जब अहसासों के बोल होंगे
यादों का संगीत होगा,
तब कवितायेँ गायेंगी |
ना डर होगा ,ना नादानी होगी
बस खुशियाँ होंगी
यादों का ईंधन होगा
ग़मों की चिताएं होंगी ,
तब कवितायेँ गायेंगी |
आँखों में पानी होगा
अधर मुस्कुराएंगे
लेखनी जीवंत रहेंगी
नश्वर मर जायेंगे ,
तब कवितायेँ गायेंगी |