Tuesday, 15 November 2016

आज पहली shortlist आई  थी
संगणक अभियांत्रिकी छोड़ सब में खामोसी छाई थी
यकायक pas पर एक और notification आया
प्रोफाइल पर सॉफ्टवेयर इंजिनियर ने फिर से कब्ज़ा जमाया
गुस्सा हुआ ,मैं  बहुत खिसियाया
हमारा विभाग औकात संग मुझे समझाने आया

अब नवंबर भी बीत गया
मैं shortlisted देखने को तरस गया
अगली shortlist में मैं शामिल था
सूट पहन निहारा शीशा
अब लगा मैं भी किसी काबिल था
और सब तो ठीक था
मुझे tell me about yourself नही आता था
यही सोच मन बेचैन हुआ जाता था
भोर में interviewer से साक्षात् हुआ 
सीधा linked list पूछा !
हम पर मानो वज्रपात हुआ 
वो कुछ बोले , हम कुछ बोले 
जो होना था उसका अहसास हुआ 

अब परिचय छोड़ हम coding पर बैठ गये 
सब ठीक रहा बस pointer हमसे ऐंठ गये 
बहुत लड़े पर coding से ना पार पाए थे 
अगले घंटे हम core पर लौट आये थे 
core ने शीघ्र ही रास्ता साफ़ किया 
ग्रेड शीट दिखा उसने भी मुझे विदा किया 

इससे ज्यादा बेइज्जती खुद की ना कर पाउँगा
मेरा स्वाभिमान रूठा तो कैसे उसे मनाऊँगा ...:P
आखिर किसी  जाल में हम भी फंसे
थोडा रोये खुद पर , थोडा हँसे  ||














Wednesday, 9 November 2016

अच्छा हुआ जो मोदी ने चाल चली
सदियों से बिछड़ी सखियाँ बैंक की कतार में मिली
दिखे आज कुछ शख्स भारी थैलों के संग
ज्यों कंधे पर हल रखे किसान बैलों के संग 
अब किस खेत को जोतेंगे ?
बिगड़ा है मानसून धरती बंजर सी हो गयी है
संदूक की चमकीली चाबी खंजर सी हो गयी है
गुप्ता जी बोले कसकर बांधो नाडा अब दंगे होंगे
हमें डर है ,
नोटों के बोझ से खिसकेगी पतलून और गुप्ता जी नंगे होंगे